मिशन हैप्पीनेस :
- एजुकेशन सिटी में शैक्षणिक वातावरण को स्टूडेंट फ्रेंडली बनाने के लिए साझा पहल
- 20 से अधिक आईआईटीयन व आंत्रप्रिन्योर जिला प्रशासन के सहयोग से चलाएंगे रचनात्मक प्रोग्राम
विभिन्न राज्यों के 1.50 लाख विद्यार्थी हर साल कोटा में पढ़कर प्रवेश परीक्षाओं में सफलता के साथ यहां बिताए पलों की खुशियां भी लेकर जाते हैं। दुनिया में एजुकेशन हब कोटा के शैक्षणिक वातावरण को वर्षपर्यंत स्टूडेंट फ्रेंडली बनाए रखने के लिए जून के पहले हफ्ते से ‘हैप्पीनेस’ सिटी कैम्पेन प्रारंभ किया जाएगा। इसमें कोचिंग विद्यार्थियों के लिए रोचक, उपयोगी व रचनात्मक प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे, जिससे वे पढ़ाई व सलेक्शन के साथ कोटा की कुछ खुशनुमा यादें भी अपने साथ लेकर जाएं।
‘हैप्पीनेस’ के कन्वीनर युवा इंजीनियर अमन माहेश्वरी ने बताया कि शहर के 20 से अधिक आईआईटीयन व आंत्रप्रिन्योर मिलकर दुनियाभर में कोटा की साख बढ़ाने के लिए ‘हैप्पीनेस’ कैम्पन चलाएंगे। अगले हफ्ते इसकी वेबसाइट लांच होगी जिससे प्रत्येक कोचिंग विद्यार्थी सीधे इससे जुड़ सकेंगे।
कोटा के अमन ने बिट्स पिलानी के दुबई कैंपस से बीटेक करने के बाद यूके से मास्टर्स डिग्री ली। उन्होने बताया कि लंदन कैम्पस में स्टूडेंट्स कोटा को एजुकेशन सिटी बोलते हैं। वे जानना चाहते हैं कि कोटा में ऐसी क्या खूबियां है, जिससे गावों से मेट्रो शहरों तक के स्टूडेंट्स वहां आकर कोचिंग ले रहेे हैं। यहां से कोचिंग स्टूडेंट आईआईटी या एनआईटी से बीटेक कर गूगल, फेसबुक, माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, एपल आदि प्रमुख कंपनियों में जॉब कर रहे हैं, वे कोटा में पढ़ाई के किस्से सुनाते हैं।
कोटा के युवा आईआईटीयन व आंत्रप्रिन्योर से बातचीत कर अमन ने ‘हैप्पीनेस’ कैम्पेन चलाने की साझा कार्ययोजना बनाई ताकि छोटे से शहर में खुशहाली व नेशनल कॉम्पिटिशन के लिए शांत शैक्षणिक वातावरण से देश-दुनिया के स्टूडेंट्स को रूबरू करा सकें, जिससे स्मार्ट सिटी को ‘हैप्पीनेस सिटी’ के रूप में भी पहचाना जाए।
उन्होने बताया कि अप्रैल में डब्ल्यूएचओ द्वारा कराए गए हैप्पीनेस इंडेक्स सर्वे में भारत श्रीलंका व बर्मा से भी पीछे है, इसलिए ‘हैप्पीनेस’ में अग्रणी रहने के लिए एजुकेशन सिटी से पहल की जाएगी।
हर विद्यार्थी को हैप्पीनेस से जोडेंगे
हैप्पीनेस के संयोजक सिद्धार्थ जैन ने बताया कि एक सर्वे के बाद शहर में कोचिंग विद्यार्थियों के लिए वर्षपर्यंत शांत व खुशनुमा शैक्षणिक वातावरण बनाए रखने के लिए वृहद कार्ययोजना बनाई गई है। जिसमें हैप्पीनेस के लिए प्रतिमाह रोचक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्हें ‘और भी हैं जीने के रास्ते’ थीम पर कॅरिअर के अन्य विकल्प भी बताये जाएंगे। कोटा के कोचिंग संस्थानों में कोचिंग विद्यार्थियों के बीच जाकर नए सत्र में ‘हैप्पीनेस’ का आगाज किया जाएगा।
खुशहाली के लिए शहरवासी देंगे साथ
शहर के माहौल को स्टूडेंट फ्रेंडली बनाए रखने के लिए स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, एनजीओ, क्लब, सोशल ग्रुप, सामाजिक, महिला व युवा संगठनों, डॉक्टर्स व हॉस्पिटल, कोचिंग क्षेत्र से जुडे़ मार्केट, हॉस्टल, मैस व टिफिन सेंटर्स, मोहल्ला व वार्ड समितियों के प्रतिनिधियों से सहयोग लिया जाएगा।
कोचिंग विद्यार्थियों के लिए ये सुविधाएं
– अकेलापन दूर करने के लिए बना सकेंगे बिंदास दोस्त
– स्टूडेंट गॉज टेंलट में दिखाएंगे हुनर
– प्रतिमाह मोटिवेशनल सेमीनार में एक्सपर्ट देंगे गाइडेंस
– स्टूडेंट फ्रेंडली होगा – हैप्पीनेस अड्डा
– स्पोर्ट्स व पेंटिंग के लिए आएंगे सेलिब्रिटी
– मेंटल हैल्थ के लिए हॉस्पिटल व डॉक्टर्स से टाईअप
– कॅरिअर व साइक्लॉजिकल काउंसलिंग सुविधाएं
– ऑनलाइन बुक बैंक सुविधा
– परिवार जैसी खुशियों के लिए होंगे रोचक प्रोग्राम